ज्योतिष शास्त्र मे हमारे मन को सभी दुःख सुख का कारण माना है ! जन्म से मृत्युपर्यंत हम मन के संकल्प से अपना जीवन संचालित करते है ! जिसका मन और आत्मबल मजबूत है वो जातक अपने जीवन मे आने वाली विषम परिस्थति को अपने अनुकुल बनाने मे सक्षम है ! मेरे पास जितनी भी कुंडली आती है उन सब का फलादेश मैं कुंडली मे बैठे ग्रहों को देख कर और जातक से बातचीत कर उसके आचार विचार और मानसिक बल को देख कर ही करता हूं !
हम अपने मन की शक्ति से वो सब कुछ कर सकते है जो हमारे जीवन को सुखमय बनाए !